फरीदाबाद। पुलिस कमिश्नर ओपी सिंह ने एक और नवाचार शुरू किया है। इस नई पहल के अंतर्गत शिकायतकर्ता को घर बैठे उसके मुकदमे के चालान (चार्जशीट) की कॉपी निशुल्क मुहैया करवाई जाएगी।
Faridabad Police will now send a copy of the challan to the complainant’s house, the first challan was sent home
Faridabad. Police commissioner OP Singh has launched another innovation. Under this new initiative, the complainant will be provided a copy of the charge sheet of his case sitting at home for free.
अनुसंधान अधिकारी चालान द्वारा चार्जशीट की कॉपी शिकायतकर्ता के घर पर बीट में तैनात पुलिस ऑफिसर के माध्यम से भिजवाएगा।
मुकदमे के चालान की कॉपी से शिकायतकर्ता औरपीड़ित को अपने केस के हालात एवं फाइनल रिपोर्ट की पूरी जानकारी मिलेगी और वह बेहतर ढंग से अदालत में अपने केस की पैरवी कर पाएगा।
पुलिस कमिश्नर सिंह के निर्देश पर शुरू की गई इस नई व्यस्था के तहत एनआईटी-5 के निवासी सोनू यादव को उसके केस की चार्जशीट की कॉपी बीट ऑफिसर के द्वारा घर पर भेजी गई, जिसने एसीपी एनआईटी गजेंदर सिंह को फोन करके नई व्यस्था के लिए पुलिस कमिश्नर ओपी सिंह का धन्यवाद किया।
बीट प्रणाली लागू होने से पुलिस व पब्लिक का आपसी तालमेल बढ़ा है।
लोगों को पुलिस द्वारा शुरू की गई ऑनलाइन सर्विसेज व कानून के बारे में जानकारी मिल रही है।
इसके साथ ही चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगाने में बड़ी कारगर साबित हुई है।
ओपी सिंह ने कहा कि अक्सर पीड़ित से यह सुनने को मिलता कि उसे उसके केस की जानकारी नहीं है कि उसके केस में क्या हो रहा है और पुलिस ने क्या कार्रवाई की है। इसलिए अनुसंधान की कार्यवाही में पार्दर्शिता लाने के लिए चार्जशीट की एक कॉपी शिकायतकर्ता को भी उपलब्ध करवाई जाएगी, जिससे पीड़ित अदालत में अपना पक्ष मे मजबूती से गवाही दे सके, और शिकायतकर्ता का पुलिस कार्यवाही पर भरोसा बने।
पुलिस कमिश्नर ने कहा कि बीट प्रणाली पुलिस प्रशासन और जनता दोनों के लिए मददगार साबित हो रही है। बीट प्रणाली लागु करने के सकारात्मक परिणाम मिलने लगे हैं। इससे पुलिस प्रशासन को भी जनता के बीच रहकर लोगों से सरोकार होने का अवसर प्राप्त हुआ है और आमजन को भी अपनी समस्याओं के लिए पुलिस प्रशासन तक अपनी शिकायतें पहुंचाने में आसानी हुई है।
उन्होंने बताया कि बीट प्रणाली लागु होने के बाद उन्हें अपने एरिया के बारे में ओर ज्यादा जानकारी मिल रही है। पुलिस को यह भी पता चल रहा है कि कौन व्यक्ति किराएदार है, कौन मकान मालिक है और उनकी क्या समस्याएं हैं। इसके साथ ही यह भी जानकारी मिल रही है की कौन भले मानुस रह रहे हैं और कौन व्यक्ति आपराधिक गतिविधियों में लिप्त हैं और वे पुलिस की नजर से बच नहीं सकते।